उत्तराखंड में वन दरोगा भर्ती के लिए नई आयु सीमा तय, अब इतने साल से होगा चयन


देहरादून न्यूज़- उत्तराखंड में वन दरोगा (फॉरेस्टर) बनने के लिए नियमों में बड़ा बदलाव किया जा सकता है। वन विभाग की सीधी भर्ती नियमावली में संशोधन की तैयारी चल रही है। प्रस्ताव के अनुसार अब इस पद पर भर्ती के लिए न्यूनतम आयु सीमा 18 साल से बढ़ाकर 21 साल की जाएगी। साथ ही शैक्षिक योग्यता इंटरमीडिएट (12वीं) की जगह स्नातक (ग्रेजुएशन) की जाएगी।
यह कदम वर्षों से कर्मचारियों की चली आ रही मांगों के बाद उठाया जा रहा है। वर्तमान में वन दरोगा की भर्ती इंटर पास युवाओं से होती है और न्यूनतम आयु सीमा 18 साल है। लेकिन वन विभाग के कर्मचारी लंबे समय से पुलिस की तर्ज पर वन दरोगा को भी 4600 ग्रेड-पे दिए जाने की मांग उठा रहे थे। शासन ने पहले यह तर्क दिया था कि पुलिस दरोगा पद के लिए स्नातक योग्यता होने के कारण उन्हें उच्च ग्रेड-पे मिलता है, जबकि वन दरोगा के लिए केवल इंटर पास अभ्यर्थियों की भर्ती होती है।
इस तर्क के बाद सहायक वन कर्मचारी संघ समेत कई संगठनों ने आंदोलन शुरू किया। कर्मचारियों की मांग पर वन मुख्यालय ने शासन को प्रस्ताव भेजा था। सूत्रों के अनुसार, जब शैक्षिक योग्यता को स्नातक किया जाएगा तो उसके अनुरूप न्यूनतम आयु सीमा भी 21 साल तय की जाएगी। इसी कारण शासन ने प्रस्ताव में संशोधन कर दोबारा भेजने को कहा है।
सहायक वन कर्मचारी संघ के प्रदेश अध्यक्ष स्वरूप चंद रमोला का कहना है कि कर्मचारी लंबे समय से वन दरोगा की सीधी भर्ती के लिए स्नातक योग्यता की मांग उठा रहे हैं, ताकि उन्हें भी वाजिब ग्रेड-पे मिल सके। उनका कहना है कि इस दिशा में मुख्यालय से शासन को प्रस्ताव भेजा गया है और उम्मीद है कि नियमावली में बदलाव जल्द लागू होगा।

