उत्तराखण्डकुमाऊं,गढ़वाल,

उत्तराखण्ड का प्रसिद्ध जंगली फल, (काफल) का स्वाद लेने पेड़ पर चढ़ा भारी भरकम भालू, फिर क्या हुआ…………. पड़े पूरी खबर

बहुत कम लोगों को पता होगा कि भारी भरकम भालू पेड़ों पर भी चढ़ जाता है. उत्तराखंड में इन दिनों स्थानीय जंगली फल काफल पके हैं. एक भालू काफल खाने के लिए पेड़ पर चढ़ा. काफल का पेड़ भालू का वजन नहीं सह सका. टहनियां टूटने से भालू नीचे गिरा और उसकी मौत हो गई।

चमोली न्यूज़- पहाड़ों के जंगलों में इन दिनों बहुत ही रसीला फल काफल पाया जाता है। इंसान से लेकर जानवर भी इस फल के दीवाने हैं। काफल के सीजन में जंगलों में भालू काफल खाने के लिए इनके पेड़ों पर चढ़ते रहते हैं। नारायणबगड़ ब्लॉक में बद्रीनाथ वन प्रभाग के पिंडर रेंज क्षेत्र में एक विशालकाय मादा भालू की काफल के पेड़ से गिरने के कारण मौत हो गई। लोगो को भालू का शव काफल के पेड़ के नीचे मिला।

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काफल के पेड़ से गिरकर भालू की मौत। विशालकाय भालू को वन विभाग की टीम रस्सियों के सहारे पशु चिकित्सालय तक ले गई। वहां पोस्टमार्टम के बाद भालू के शव का दाह संस्कार दिया गया है। जिस स्थान पर भालू मृत अवस्था में पड़ा था, वहां काफल का पेड़ है। पेड़ की टहनियां टूट कर जमीन पर पड़ी थीं। इससे वन विभाग के अधिकारियों को प्रतीत हो रहा है कि भालू काफल के पेड़ से फिसला होगा और वहां से नीचे गिर गया। भालू के सिर पर भी गंभीर चोट आई है।

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पोस्टमार्टम के बाद भालू का शव नष्ट किया। बद्रीनाथ वन प्रभाग के डीएफओ सर्वेश कुमार दुबे ने बताया कि मंगलवार 30 मई को सूचना मिली कि सेम धारकोट मोटर मार्ग पर सड़क किनारे एक भालू मरा पड़ा हुआ है। इसके तत्काल बाद वन कर्मी मौके पर पहुंचे। भालू के शव को कब्जे में लेकर रेंज कार्यालय नारायणबगड़ लाये। बुधवार को पोस्टमार्टम कराने के बाद भालू के शव को नष्ट कर दिया गया।

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