उत्तराखंड- यहां राखी से पहले टूटा दुःखो का पहाड़, गमगीन माहौल में एक साथ जली तीन चिताएं।
टिहरी न्यूज़– टिहरी जिले के चंबा टैक्सी स्टैंड के पास हुए भुस्खलन हादसे में मारे गए तीन लोगों का गमगीन माहौल में कोटोकॉलोनी घाट पर अंतिम संस्कार कर दिया गया। एक साथ तीन चिता देख घाट पर श्रद्धांजलि देने पहुंचे लोग बिलख पड़े। जसपुर गाँव में कृष्णकुंज घाट पर मां-बेटे का अंतिम संस्कार किया गया।
सोमवार को चंबा में अचानक पहाड़ से आए मलवे में पांच लोग जिंदा दफन हो गए थे। इस हादसे की सूचना मिलते ही उनके घरों में कोहराम मच गया और रात को चूल्हा नहीं जला। खबर फैली तो गांव के लोग बड़ी संख्या में घरों में पहुंच गए। मंगलवार को अंतिम संस्कार के दौरान घाट पर भी परिचितों-रिश्तेदारों के साथ ही बहुत से लोग पहुंचे।
कंडीसौड़ के जसपुर गांव निवासी सुमन के घर में चार माह पहले ही किलकारिया गुंजी थीं। इससे परिवार में खुशी का माहौल था। लेकिन चंबा में हुए इस भयानक हादसे ने उन्हें कभी ना भुला सकने वाला गम दे दिया।
सुमन भी अपने चार माह के बच्चे के साथ पहली बार मायके जा रही थी. लेकिन उन्हें क्या पता था कि वह कभी पूरा नहीं होने वाले सफर पर निकली है। इस घटना के बाद से उनके और मायके डारगी में शोक पसरा गया।
नई टिहरी भूस्खलन हादसे में पांच लोगों की मौत के बाद
मंगलवार को चंबा बाजार बंद रहा। चंबा समेत जिन गांवों के लोग इस हादसे में मारे गए सभी के घरों में शोक संवेदना व्यक्त करने वालों की भीड़ रही। इधर, चंबा में व्यापारियों ने अपनी दुकानें बंद रखी स्थानीय लोगों का कहना है कि इस हादसे में इस शहर को अंदर से झकझोर दिया है।