उत्तराखंड- लालकुआं में 80 करोड़ से लगेगा ऑटोमेटेड मिल्क प्लांट, आधुनिक मशीनों से होगी दूध की टेस्टिंग से लेकर पैकेजिंग का काम
उत्तराखंड में दुग्ध उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए नैनीताल जिले के लालकुआं में 80 करोड़ की लागत से ऑटोमेटेड मिल्क प्लांट लगाया जाएगा। इस प्लांट के लिए शासन स्तर पर सहमति मिल गई है। जल्द ही प्रस्ताव राष्ट्रीय कृषि एवं ग्रामीण विकास बैंक (नाबार्ड) को भेजा जाएगा। इस प्लांट की क्षमता प्रतिदिन दो लाख लीटर दूध की होगी। यह प्रदेश का पहला ऑटोमेटेड प्लांट होगा। जिसमें दूध की टेस्टिंग से लेकर पैकेजिंग का काम आधुनिक मशीनों से किया जाएगा।
दुग्ध विकास विभाग के माध्यम से प्रदेश भर में 11 मिल्क प्लांट वर्तमान में संचालित है। 2600 दुग्ध सहकारी समितियों से 50 हजार से अधिक किसान जुड़े हैं। प्रतिदिन लगभग दो लाख लीटर दूध एकत्रित किया जाता है। प्रदेश सरकार का दुग्ध उत्पादन बढ़ाने का लक्ष्य है। लेकिन अभी तक प्रदेश में बड़ा ऑटोमेटेड मिल्क प्लांट नहीं है।
विभाग ने लालकुआं में वर्षों पुराने मिल्क प्लांट का विस्तार 80 करोड़ से मिल्क प्लांट लगाने का प्रस्ताव तैयार किया है। विभाग के संयुक्त निदेशक जयदीप अरोड़ा ने बताया कि इस प्लांट के लगने से कुमाऊं क्षेत्र से एकत्रित दूध की मार्केटिंग को बढ़ावा मिलेगा। प्लांट में आधुनिक मशीनों से दूध में टेस्टिंग और पैकेजिंग की जाएगी।
वही पशुपालन एवं दुग्ध विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा में कहां की आंचल दूध की ब्रांडिंग और मार्केटिंग बढ़ाने के लिए लालकुआं में ऑटोमेटेड मिल्क प्लांट का प्रस्ताव तैयार किया गया है। मुख्य सचिव की अध्यक्षता में हुई बैठक में प्लांट के लिए वित्तीय स्वीकृति मिल गई है। शीघ्र ही प्रस्ताव नाबार्ड को भेजा जाएगा।