उत्तराखण्डगढ़वाल,

देहरादून- यहाँ बीएससी छात्र को 2 किलो चरस के साथ पुलिस ने किया गिरफ्तार, आरोपी बोला- शादी की शॉपिंग के लिए चाहिए थे पैसे।

देहरादून न्यूज़- यहाँ कांवड़ मेले में बड़ी मात्रा में चरस ले जा रहे एक बीएससी के एक छात्र को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। उसके पास से दो किलोग्राम चरस बरामद हुई है। इस चरस को उसे अपने दोस्त को देना था, जिसे बाद में मेले में बेचा जाना था। वही आरोपी ने बताया कि वह ये चरस चमोली से खरीदकर लाया था। आरोपी के पास से एक कार भी बरामद की गई है। आरोपी को न्यायालय में पेश किया गया, जहां से उसे 14 दिन की न्यायिक हिरासत में जेल भेज दिया गया है।

वही एसएसपी दलीप सिंह कुंवर ने बताया कि रायपुर पुलिस को सूचना मिली थी कि कुछ तस्कर कांवड़ मेले में चरस सप्लाई करने जाने वाले हैं। ये तस्कर आपस में व्हाट्सएप के माध्यम से बात करते हैं। ऐसे में उनकी कॉल डिटेल का पता लगाना मुश्किल था। तस्करों की तलाश के लिए मुखिबरों को सक्रिय किया गया।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी-(बड़ी खबर) कमिश्नर दीपक रावत ने इन जगह पर किया अचौक निरीक्षण, हुए नाराज, अधिकारी से मांगा स्पष्टीकरण।

एसओ रायपुर कुंदन राम को सूचना मिली कि एक कार सवार रिंग रोड की ओर से जाने वाला है। पुलिस ने चेकिंग शुरू की और इस कार को रोका गया। वही कार सवार युवक ने अपना नाम बलदेव सिंह पवार निवासी भेंटा, उर्गम तहसील, जोशीमठ, चमोली बताया।

यह भी पढ़ें 👉  जब तक रेट नहीं तब तक गेट नहीं की मांग को लेकर धरना 53 वे दिन जारी

जब पुलिस ने उसकी कार की तलाशी ली तो उसकी कार से दो किलोग्राम चरस बरामद की गई। एसएसपी के अनुसार उसने पूछताछ में बताया कि वह डीबीएस पीजी कॉलेज के बीएससी अंतिम वर्ष का छात्र है। उसके एक स्थानीय दोस्त ने उसे कांवड़ मेले में चरस बेचने की योजना बताई थी। इसके लिए उसने थोड़ी-थोड़ी मात्रा में चमोली से चरस खरीदी और जब यह लगभग दो किलोग्राम हो गई तो इसे वह ऋषिकेश में अपने दोस्त को देने जा रहा था। उसे बताया गया था कि कांवड़ मेले में चरस की काफी मांग रहती है। इस चरस को खरीदने के लिए किन-किन लोगों ने संपर्क किया था इसकी जानकारी उसके दोस्त को है। एसएसपी ने बताया कि उसके दोस्त की भी तलाश की जा रही है।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी- कैंची धाम आने वाले हो जाओ सावधान! बाबा नीब करौरी महाराज के नाम पर बनाई फर्जी वेबसाइट, कहीं कट न जाए जेब आपकी

आरोपी ने बताया कि पिछले दिनों उसकी सगाई हुई। उसके पास शादी की शॉपिंग आदि के लिए भी पैसे नहीं थे। ऐसे में उसने अपने दोस्तों से चरस खरीदकर तस्करी की। कुछ दिन पहले तक वह कई बार देहरादून में कॉलेजों के छात्रों को चरस बेच चुका है। पुलिस के अनुसार उसके पिता चमोली में खेती करते हैं।