उत्तराखण्डगढ़वाल,

देहरादून- यहाँ फ्लैट में काम करने वाली नाबालिग का शव बाथरूम में लटका मिला, परिजनों ने किया जमकर हंगामा

देहरादून के रेसकोर्स रोड स्थित विधायक हॉस्टल के पास एक फ्लैट में काम करने वाली नाबालिग की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गई। बताया जा रहा है नाबालिग ने बाथरूम में फांसी लगा ली, लेकिन परिजनों ने उसकी मौत के लिए मकान मालिक को जिम्मेदार ठहराया है। उधर, नाबालिग की मौत की खबर सुनते ही सैकड़ों लोग मौके पर एकत्रित हो गए। उन्होंने पहले घटनास्थल और बाद में थाने जाकर हंगामा किया। सूचना पर नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य के साथ ही कांग्रेस के विधायक मौके पर पहुंचे और फिर थाने पहुंचकर आरोपियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। उन्होंने राजधानी में कानून-व्यवस्था पर भी सवाल उठाया। परिजनों की तहरीर के बाद नेहरू कॉलोनी थाना पुलिस ने मकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर हिरासत में ले लिया है।

जानकारी के मुताबिक बिहार के मुजफ्फरपुर की रहने वाली 15 वर्षीय नाबालिग अभिषेक उर्फ राजन लूथरा के घर में पिछले दो माह से काम करती थी। वह कभी वहीं रहती और कभी अपने घर चली जाती थी। बताया जा रहा है कि 28 फरवरी को भी वह करीब पांच बजे घर आई थी। उसने अपनी सहेलियों को बताया कि राजन लूथरा ने उसे बेल्ट से मारा है। उसने सहेलियों को निशान भी दिखाए थे। पिता ने बताया कि वह वापस नहीं जाना चाहती थी, लेकिन राजन लूथरा का गार्ड घर आया और जबरदस्ती अपने साथ ले गया। पिता के अनुसार करीब एक बजे उन्हें पुलिस ने सूचना दी कि उनकी बेटी ने आत्महत्या कर ली है। इसके बाद वह अस्पताल गए, लेकिन वहां भी उन्हें मिलने नहीं दिया गया।

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पुलिस प्रथमदृष्टया इसे आत्महत्या मान रही है। पुलिस के मुताबिक उसके गले पर निशान हैं। सीसीटीवी फुटेज में भी वह बाथरूम में टेबल लेकर जाती दिख रही है। उधर, नाबालिग की मौत की खबर के बाद बड़ी संख्या में लोग फ्लैट के बाहर एकत्रित हो गए। उन्होंने वहां जमकर हंगामा किया। इस दौरान आक्रोशित भीड़ ने फ्लैट में तोड़फोड़ की भी कोशिश की। इसके अलावा भीड़ ने थाने में भी प्रदर्शन करते हुए आरोपियों को तत्काल गिरफ्तार कर कड़ी कार्रवाई की मांग की। एसएसपी अजय सिंह ने बताया कि परिजनों की तहरीर के आधार पर आरोपी मकान मालिक के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। मामले की गंभीरता से जांच की जा रही है। मौत के कारणों का पता लगाया जा रहा है। आरोपी को हिरासत में लेकर पूछताछ की जा रही है।

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नाबालिग की मौत के मामले में कैबिनेट मंत्री प्रेमचंद अग्रवाल ने परिजनों से मुलाकात की। उन्हें आश्वासन देते हुए कहा कि इस संबंध में जांच की जा रही है। आरोपियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जाएगी। इस दौरान मंत्री ने मुख्यमंत्री राहत कोष से दो लाख रुपए आर्थिक सहायता देने की भी घोषणा की। इस दौरान विधायक विनोद चमोली सहित पार्षद व अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे।

नाबालिग की मौत पर उत्तराखंड बाल संरक्षण आयोग ने एसएसपी से आख्या मांगी है। बाल संरक्षण आयोग की अध्यक्ष डॉ. गीता खन्ना ने बताया कि पूरी स्थिति का पता किया जा रहा है। जानकारी करने के बाद परिवार की काउंसलिंग की जाएगी। यह पता किया जाएगा कि बच्ची के घर की क्या स्थिति है। माता पिता ने बच्ची को काम करने के लिए क्यों भेजा। बच्ची के माता पिता क्या काम करते हैं।

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राज्य महिला आयोग की अध्यक्ष कुसुम कंडवाल ने मामले का संज्ञान लिया है। उन्होंने एसएसपी देहरादून से फोन पर वार्ता कर मौत के कारणों की जांच के निर्देश दिए। उन्होंंने डीआईजी पी रेणुका से भी कहा कि नाबालिग की मौत के कारणों की स्पष्ट जांच की जाए।

कुसुम कंडवाल ने कहा कि नाबालिगों से नौकरी करवाने वालों के खिलाफ भी मुकदमा दर्ज होना चाहिए। इसके अलावा नाबालिग के माता पिता के विरुद्ध भी उक्त धाराओं में मामला लिखा जाए। जिस उम्र में बच्चों को पढ़ना चाहिए उस उम्र में उनसे काम करवाया जा रहा है। किसी भी हाल में दोषियों को सजा मिलनी चाहिए।