हल्द्वानी- यहाँ छात्रा को कॉलेज छोड़ने के बजाय गली-गली घुमाता रहा ई-रिक्शा चालक, शक होने पर छात्रा ने सूझबूझ से खुद को बचाया
- खुद को मुसीबत में फंसता देख छात्रा ने एनएसयूआइ के छात्रनेता को लोकेशन भेजकर बुलाया-
- छात्रों ने आरोपित को पकड़कर भोटियापड़ाव पुलिस को सौंपा
हल्द्वानी न्यूज़– टेंपो चालक द्वारा संगीत क्लास की छात्रा से दुष्कर्म का मामला अभी शांत भी नहीं हुआ कि अब ई-रिक्शा चालक ने बीएससी की छात्रा को कालेज छोड़ने के बजाय गलत नीयत से शहर की गली-गली में घुमाया।
खुद को मुसीबत में फंसता देख छात्रा ने एनएसयूआइ से जुड़े छात्रनेता को फोन कर लोकेशन भेजी। छात्रों ने छात्रा को ई-रिक्शा चालक की चुंगल से मुक्त कराया। इसके बाद आरोपित की धुनाई कर उसे पुलिस के हवाले कर दिया। मूलरूप से बागेश्वर निवासी एक युवती हल्द्वानी में अपनी चाची के साथ रहती है। पिता की कुछ साल पहले मौत हो चुकी है।
छात्रा ने इसी सत्र में एमबीपीजी कालेज में बीएसपी प्रथम सेमेस्टर में प्रवेश लिया है। गुरुवार को वह घर से सिंधी चौक पर पहुंची। यहां से कालेज जाने के लिए एक ई-रिक्शा में सवार हुई। चालक ई-रिक्शे को कालेज ले जाने के बजाय गली-गली से मुखानी की ओर ले गया। जिससे छात्रा घबरा गई। उसने चालक से कालेज छोड़ने की बात कही तो उसने मुंह बंद रखने की बात कहकर धमका दिया।
घबराई छात्रा ने इसकी सूचना फोन पर एनएसयूआइ से जुड़े छात्रनेता रक्षित बिष्ट को दी और लोकेशन भेजी। रक्षित ने बताया कि उन्होंने ई-रिक्शा का पीछा किया, जिसे बाद में क्वींस पब्लिक स्कूल के पास से पकड़ लिया। उसकी धुनाई कर भोटियापड़ाव चौकी के सुपुर्द कर दिया।
वही सूचना पर छात्रा की चाची भी चौकी पहुंची और अपना आक्रोश जताया। चौकी इंचार्ज देवेंद्र राणा ने बताया कि छात्रा के स्वजन ने कार्रवाई के लिए मना कर दिया। ऐसे में आरोपित को हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया गया है।
चौकी इंचार्ज के अनुसार ई-रिक्शा चालक मूलरूप से बागेश्वर का रहने वाला है, जो इनदिनों देवलचौड़ में रहता है। ई-रिक्शा के कागजात नहीं होने पर सीज कर दिया गया है। ई-रिक्शा युवक की पत्नी के नाम पर है।