उत्तराखण्डकुमाऊं,

हल्द्वानी- यहाँ पड़ोसी की अत्येष्टि करने घाट आया युवक, गौला नदी में नहाते हुए बहा, पांच किमी दूर मिली लाश

हल्द्वानी न्यूज़- पड़ोसी की अत्येष्टि करने चित्रशिला घाट गया युवक गौला नदी में नहाते समय बह गया। इससे उसकी मौत हो गई। उसकी लाश घटनास्थल से पांच किमी दूर राजपुरा घाट के पास बरामद हुई।

पुलिस के अनुसार, प्रेमपुर लोश्ज्ञानी निवासी 75 वर्षीय हेमंत आर्य रेलवे विभाग से रिटायर्ड हुए थे। शुक्रवार को उनकी मौत हो गई थी।

शनिवार को दोपहर एक बजे चित्रशिला घाट पर उनकी अंत्येष्टि की जा रही थी। इस बीच अंत्येष्टि में शामिल होने पहुंचा उनका पड़ोसी 37 वर्षीय क्षेत्रपाल पुत्र मुन्ना लाल कई लोगों के साथ नहाने के लिए गौला नदी के किनारे चला गया, मगर पैर फिसलने से वह नदी में बहने लगा।

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लोगों ने उसे बचाने का प्रयास किया, लेकिन सफलता नहीं मिली। इधर, सूचना मिलते ही मल्ला काठगोदाम चौकी इंचार्ज फिरोज आलम पुलिस टीम के साथ पहुंचे और सर्च अभियान शुरू कर दिया। बनभूलपुरा थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी भी सूचना मिलते ही रेस्क्यू के लिए दौड़ पड़े।

संयुक्त टीम ने दो घंटे बाद राजपुरा के पास गौला नदी के किनारे शव बरामद किया। नदी में बहे युवक के बड़े भाई जसवंत लाल ने शव की शिनाख्त की। घटना की जानकारी मिलने पर सीओ सिटी नितिन लोहनी भी गौला नदी में पहुंच गए थे और पूरे मामले की जानकारी ली।

भाई ने कहा मत जा, नहीं माना क्षेत्रपाल

मृतक के भाई जसवंत लाल ने बताया कि पड़ोसी की मौत के बाद उन्होंने अंत्येष्टि में आने का मन बनाया था, लेकिन क्षेत्रपाल ने खुद जाने की बात कह दी। क्षेत्रपाल खेतीबाड़ी करता था। उसका एक बेटा व दो बेटियां हैं। बेटा सातवीं, दूसरी बेटी दो व तीसरी नर्सरी में पढ़ती है।

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मदद को नहीं आया कोई तो भाकुनी को आया गुस्सा

क्षेत्रपाल को गौला नदी से निकालने के बाद एसटीएच तक लाना था, क्योंकि नियमों के अनुसार, उसे डाक्टर ही मृत घोषित करता। शव को नदी से निकालने के बाद पुलिस सड़क तक लेकर आई।

इसके बाद छोटा हाथी व अन्य वाहन चालकों से संपर्क किया, लेकिन कोई शव लाने के लिए तैयार नहीं हुआ। इस पर थानाध्यक्ष नीरज भाकुनी को गुस्सा आ गया। उन्होंने कहा आप जिंदा व्यक्ति के काम नहीं आ सकते, मगर मृतक का सहारा बनिए। बाद में भाकुनी ने अपने स्तर से एक वाहन मंगाया और शव को अस्पताल भेजा।

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भाई को शक, किसी ने शराब पिलाई

क्षेत्रपाल चित्रशिला घाट से बहा था और राजपुरा घाट के ठीक सामने आकर अटक गया। उसकी मौत से स्वजन में कोहराम मचा हुआ है। क्षेत्रपाल के बेटे-बेटियां मौत से अनजान हैं, क्योंकि वह समझ लायक नहीं हुए हैं। पत्नी बेसुध है। उनके भाई का शक है कि अंत्येष्टि के दौरान किसी ने भाई को शराब पिलाई।