काशीपुर- यहाँ महादेव नहर में बहे हल्द्वानी के युवक के शव को नदी के तल से गोताखोरों ने बीस घंटे के बाद किया बरामद।
काशीपुर न्यूज़- हल्द्वानी बनभूलपुरा निवासी पांच युवक शनिवार शाम घूमने के लिए काशीपुर आए थे। यहां से वह महादेव नहर में तैरने गए। लेकिन नहर में तैरने के दौरान एक युवक तेज बहाव में बह गया। वही पुलिस प्रशासन, एनडीआरएफ की टीम ने कई किलोमीटर दूर तक नहर को खंगाला, लेकिन उसका पता नहीं लगा। रविवार दोपहर 12 बजे गोताखोरों की टीम ने महादेव नहर के तल में धंसा शव खोज निकाला। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया था।
आपको बता दे कि शनिवार को बनभूलपुरा हल्द्वानी के युवक मोहम्मद कामिल उम्र 20 वर्ष पुत्र मोहम्मद मोबीन, मोहम्मद तारिम, सगीर खान, मोहम्मद फैजान और मोहम्मद उवेश शनिवार को काशीपुर घूमने आए थे। मोटेश्वर मंदिर के पास स्थित महादेव नहर लबालब पानी से भरी चल रही थी। इस दौरान उन्होंने नहर में नहाने की सोची। सभी दोस्त नहाने के लिए तैयार हो रहे थे कि कामिल ने देखते ही देखते नहर में छलांग लगा दी और वह तेज बहाव में बह गया। शोर-शराबा होने पर लोगों ने खोजा लेकिन उसका कोई पता नहीं चला।
वही सूचना मिलने पर एसडीएम अभय प्रताप सिंह, तहसीलदार युसूफ अली मौके पर पहुंचे। उन्होंने प्रशासन से बात कर युवक की खोजबीन के लिए एनडीआरएफ बुलाई। टीम ने वाहनों पर बैठकर पुलिस के साथ कई किलोमीटर तक नहर के किनारे-किनारे चलकर तलाश किया लेकिन कामिल कोई भी पता नहीं चला।
वही कामिल के गदरपुर निवासी मामा फरजान अली ने बताया कि परमानंदपुर के गोताखोर युवकों की एक टीम लेकर आए हैं। उनके कहने पर स्वयंसेवी गोताखोरों ने रविवार सुबह एनडीआरएफ व आईटीआई पुलिस की देखरेख में मोटेश्वर महादेव मंदिर से महादेव नहर में कामिल की तलाश शुरू की। लगभग दो किलोमीटर दूर अंबिका विहार और प्रकाश सीटी के पास नहर के तल से गोताखोरों ने खोज निकाला। मृतक के परिजनों ने शव की शिनाख्त की। तब पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया।
ग्राम परमानंदपुर निवासी स्वयंसेवी गोताखोर मोहम्मद अली, सफीक, जैनुअल, भूरा, शाने आलम, दिलशेर व अजहर अली निवासी परमानंदपुर दोहरी मुस्तकम की टीम ने तलाश किया। मृतक के मामा फरजान अली ने बताया कि पूरा शव नदी के अंदर रेत में दबा हुआ था। बाहर केवल हाथ के कुछ हिस्से ही दिख रहे थे। वही मृतक के मामा न फरजान अली ने बताया कि मोहम्मद कामिल को मामूली तैरना आता था। वह कभी-कभी गौला नदी के रुके हुए पानी में तैरता था लेकिन नहर का पानी का बहाव तेज था वह तैर नहीं पाया। जिससे वह तेज बहाव की चपेट में आ गया।
वही शव लेने पोस्टमार्टम हाउस पहुंचे कामिल के नाना मोहम्मद इरशाद ने बताया कि उसने 12वीं पास की थी और एक मेडिकल पर पार्टटाइम काम करते था। शनिवार को वह अपने घर यह कहकर आया था कि दोस्तों के साथ काशीपुर जा रहा है और जसपुर खुर्द स्थित पाकीजा कॉलोनी निवासी मौसी नसरीन से मिलने भी जाएगा। उसकी मौसी इंतजार करती रह गई वह नहीं पहुंचा। मृतक के पिता मोहम्मद अली निर्माण कार्यों का ठेका लेते हैं।