उत्तराखण्डकुमाऊं,

1 अक्टूबर को समूचे देश की तरह कुमाऊं में भी स्वच्छता अभियान चलाया गया, जिसमें खूब फोटो खिंचवाए, फेसबुक-इंस्टाग्राम पर भी अपलोड की, अब फिर वही हाल

एक अक्तूबर को समूचे देश की तरह कुमाऊं में भी स्वच्छता अभियान चलाया गया। फोटो खिंचवाए गए, फेसबुक और इंस्टाग्राम पर अपलोड कर खूब लाइक और कमेंट पाए। लेकिन अब फिर जगह-जगह वहीं कूड़े के ढेर। नदियों-नालों और जंगलों को डंपिंग जोन बना दिया गया है। जिससे पर्यावरण को तो नुकसान हो ही रहा है, हरियाली भी सूख रही है। मंगलवार को सभी जिलों में कूड़े पर पड़ताल की तो स्थिति भयावह नजर आई।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी -(बड़ी खबर) डीएम वंदना सिंह की बड़ी कार्यवाही, बनभूलपुरा के 120 शस्त्र लाइसेंस को किया कैंसिल

अल्मोड़ा– 22 हजार मीट्रिक टन कूड़ा डंप है, चितई मंदिर के पास ट्रंचिंग ग्राउंड में। रोजाना 17 टन से अधिक कूड़े को ढेर हर दिन बढ़ रहा है। कूड़ा वाहन चलाने के लिए न तो चालक हैं और ना ही पर्यावरण मित्र।

बागेश्वर- यहां भी कूड़े के निस्तारण के लिए ट्रंचिंग ग्राउंड नहीं। रोजाना  निकलता है आठ टन कूड़ा जिसे पुलिस लाइन सड़क से नीचे फेंका जाता है।

यह भी पढ़ें 👉  यहाँ केंटर ने मैजिक को मारी टक्कर, एक में मौत, एक गंभीर रूप से घायल, पढ़े पूरी खबर।

यूएम नगर- रुद्रपुर शहर के 40 वार्ड में कूड़ा वाहन आने के बावजूद सड़कों-नालियों में कूड़ा फेंक रहे लोग। गांधी पार्क में एक अक्तूबर को चले सफाई के अगले दिन ही पार्क कूड़ा घर नजर आया। 

पिथौरागढ़- नैनीपातल ट्रंचिंग ग्राउंड में रोजाना 35 टन कूड़ा कचरा आने से कूड़े का पहाड़ लगने लगा है। ट्रीटमेंट प्लांट था, पर अनुबंध समाप्त होने से छह माह से चल रहा बंद, नए ट्रीटमेंट प्लांट का प्रस्ताव अटका।

यह भी पढ़ें 👉  नैनीताल- ऑपरेशन मर्यादा के तहत भीमताल पुलिस ने नदी में नहाते हुए हुडदंग मचा रहे 15 लोगों के खिलाफ़ की कार्यवाही

चंपावत- ट्रंचिंग ग्राउंड भी नहीं, खेतीखान रोड पर फेंका जा रहा कूड़ा। रोजाना सात टन से अधिक कूड़ा फेंका जाता है। ट्रीटमेंट प्लांट है प्रस्ताविक, अगले साल तक निर्माण के दावे।