उत्तराखंड- गिड़गिड़ाते हुए बोली बहन-भाई मत मार, नहीं पसीजा दिल, हत्या के बाद सुबह तक शव के पास ही बैठा रहा आरोपी भाई
रुड़की न्यूज़- रविवार देर रात प्रेमी से बात कर रही बहन की छोटे भाई ने चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी। इसके बाद वह घर पर ही बैठा रहा और सोमवार सुबह सात बजे देवबंद गई मां को सूचना दी। घर पहुंची मां ने पुलिस को जानकारी दी, इसके बाद पुलिस ने घर पहुंचकर आरोपी को गिरफ्तार कर शव पोस्टमार्टम के लिए भेजा।
पुलिस ने महिला की तहरीर पर हत्या का केस दर्ज कर लिया है। पुलिस के मुताबिक, मंगलौर के मलानपुरा मोहल्ला निवासी शाइस्ता उर्फ फिजा उम्र 24 वर्ष का एक युवक से प्रेम प्रसंग चल रहा था।
परिजनों को जब जानकारी हुई तो युवक से बात करने पर पाबंदी लगा दी। शनिवार की शाम शाइस्ता की मां अपने मायके देवबंद गई थीं। घर पर शाइस्ता, उसका छोटा भाई अमन उम्र 21 वर्ष और एक और भाई मौजूद था। पुलिस के मुताबिक, रविवार रात दो बजे शाइस्ता अपने प्रेमी से मोबाइल पर बात कर रही थी, तभी अमन ने उसे पकड़ लिया। इस दौरान दोनों के बीच काफी विवाद हुआ। बात इतनी बढ़ गई कि अमन ने गुस्से में शाइस्ता की चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी।
सोमवार सुबह अमन ने मां को फोन कर जानकारी दी। मां व रिश्तेदार घर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। हत्या की सूचना पर मौके पर पहुंचे एसपी देहात ने बताया आरोपी से पूछताछ की जा रही है।
शाइस्ता की मौत ने सभी को झकझोर कर रख दिया है। बहन के प्रेमी से बातचीत करने से अमन इतना बेरहम बन जाएगा किसी को विश्वास नहीं हो रहा है। पुलिस पूछताछ में पता चला है कि अमन के सामने शाइस्ता गिड़गिड़ा रही थी और रहम की भीख मांग रही थी, लेकिन उसने एक नहीं सुनी और चाकू से गला रेतकर हत्या कर दी।
आरोपी अमन ने बताया कि बहन उसके सामने रहम की भीख मांग रही थी, लेकिन उसके सिर पर गुस्सा इस कदर सवार था कि वह खुद को रोक नहीं पाया। बहन ने उससे कहा था कि अब वह कभी बात नहीं करेगी, लेकिन उसने एक नहीं सुनी। जब छोटे भाई ने यह मंजर देखा तो आरोपी ने उसे धमकी देकर चुप करा दिया। डर के कारण वह भी कुछ नहीं बोला और सुबह तक घर के अंदर खामोश ही बैठा रहा। जबकि आरोपी भी पूरी रात शव के पास ही बैठा रहा।
आसपास के लोगों ने बताया कि शाइस्ता की मां अगर रविवार की रात घर पर होती तो आज वह जिंदा होती। मां का भी रो-रोकर बुरा हाल है। वह यही बोलती रही कि अगर मैं मायके नहीं जाती तो आज मेरी बेटी जिंदा होती। उन्होंने बताया कि अमन ने सोमवार सुबह करीब सात बजे फोन कर बताया कि मां मैंने शाइस्ता की हत्या कर दी है और अब वह कभी अपने प्रेमी से बात नहीं करेगी। जिसके बाद वह तुरंत घर पहुंची।
आसपास के लोगों ने बताया कि शाइस्ता के प्रेम प्रसंग की खबर मोहल्ले में हर किसी को थी। कुछ लोग इसको लेकर अमन को ताने मारते थे और मजाक बनाते थे। जिससे उसके दिल में बहन के खिलाफ गुस्सा भरता गया और उसने इस वारदात को अंजाम दे दिया।