उत्तराखंड- पत्नी के नाम पर फर्जी फर्म, एंबुलेंस से सप्लाई – 13 करोड़ की नकली दवाएं 6 राज्यों में बिकीं

उत्तराखंड एसटीएफ की जांच में नकली दवाओं के कारोबार से जुड़ा बड़ा खुलासा हुआ है। हरियाणा के पानीपत स्थित साईं फार्मा नामक फर्म के बैंक खाते में 13 करोड़ रुपये से अधिक का संदिग्ध लेनदेन सामने आया है। एसटीएफ की जांच में पता चला है कि इस फर्म के जरिए छह राज्यों में नकली दवाओं की सप्लाई की गई, जबकि न तो कोई टैक्स भरा गया और न ही जीएसटी रिटर्न फाइल की गई।
एसटीएफ ने इस पूरे रैकेट में शामिल फर्म संचालक दंपति समेत छह आरोपियों के खिलाफ डालनवाला कोतवाली में केस दर्ज कराया है।
🔍 जांच में क्या सामने आया
एसएसपी एसटीएफ नवनीत सिंह भुल्लर के मुताबिक, एक जून को सेलाकुई इंडस्ट्रियल एरिया से ब्रांडेड कंपनी की नकली दवा के रैपर, आउटर बॉक्स और क्यूआर कोड सहित आरोपी संतोष कुमार को गिरफ्तार किया गया था। बाद में मामले की जांच एसटीएफ को सौंपी गई, जिसके दौरान नवीन बंसल समेत 12 लोगों की गिरफ्तारी हुई। इनमें पांच दवा फैक्ट्री संचालक शामिल हैं।
इसके बाद पानीपत निवासी प्रदीप कुमार और उसकी पत्नी श्रुति डावर को भी 5 सितंबर को गिरफ्तार किया गया। जांच में पता चला कि वर्ष 2023 से दोनों मिलकर नवीन बंसल के साथ नकली दवाओं का यह कारोबार चला रहे थे।
⚠️ बिना लाइसेंस के खोली गई फर्म
एसटीएफ जांच में यह भी खुलासा हुआ कि साईं फार्मा को बिना जीएसटी नंबर और ड्रग लाइसेंस के खोला गया था।
फर्म के बैंक खाते में बीते दो सालों में 13 करोड़ रुपये से अधिक का लेनदेन मिला, लेकिन आरोपी कोई वैध बिल नहीं दिखा सके।
इस पर एसटीएफ ने साईं फार्मा के खिलाफ डालनवाला कोतवाली में सोमवार को मुकदमा दर्ज कराया।
🧾 पत्नी के नाम पर फर्जी फर्म बनाकर चल रहा था कारोबार
प्रदीप कुमार ने अपनी पत्नी के नाम पर साईं फार्मा फर्म खोल रखी थी। वह नवीन बंसल के साथ मिलकर नकली दवा के आउटर बॉक्स देहरादून के सेलाकुई में संतोष कुमार से बनवाता था। ब्रांडेड कंपनी के नाम से दवा पैक करने के लिए एल्यूमिनियम फॉयल हिमाचल प्रदेश के बद्दी में एवी फॉयल (विजय कुमार पांडे) से तैयार कराए जाते थे। इन फॉयलों में नकली दवाएं सेलाकुई और हरिद्वार स्थित फैक्ट्रियों में पैक कराई जाती थीं।
🚚 छह राज्यों में की गई नकली दवाओं की सप्लाई
नकली दवाओं की सप्लाई पंकज शर्मा की नोबल फार्मेसी पंचकूला की एंबुलेंस के जरिए की जाती थी।
इस नेटवर्क के माध्यम से नकली दवाएं उत्तराखंड, उत्तर प्रदेश, राजस्थान, पंजाब, हरियाणा और एक अन्य राज्य में बेची गईं।
एसटीएफ जांच में सामने आया कि साईं फार्मा का बैंक खाता एयू स्मॉल फाइनेंस बैंक में 18 अक्टूबर 2023 को खोला गया था, लेकिन जांच के दौरान दिए गए पते पर कोई फर्म संचालित नहीं मिली।
💰 कई बैंक खातों में पहुंची रकम
एसटीएफ ने बताया कि साईं फार्मा से जुड़े अन्य राज्यों के कई बैंक खातों में भी बड़ी रकम जमा की गई। बैंक स्टेटमेंट के आधार पर और भी आरोपियों की पहचान की जा रही है।
अब तक एसटीएफ नकली दवा रैकेट में कुल 12 आरोपियों को गिरफ्तार कर चुकी है, जबकि नए दर्ज केस में छह नए आरोपियों को नामजद किया गया है।
आरोपी:
1. प्रदीप कुमार – संचालक, साईं फार्मा (पानीपत)
2. श्रुति डावर – पत्नी प्रदीप कुमार
3. शोभा त्यागी – मोहनपुर, रुड़की
4. गौरव त्यागी – मोहनपुर, रुड़की
5. अनुराधा – संचालक, मॉस्कोस फार्मास्यूटिकल, कनखल
6. अभिनव शर्मा – निवासी कनखल, हरिद्वार







