उत्तराखंड- यहाँ दो सगे चाचाओं ने मिलकर भतीजे की करी हत्या, पुलिस आरोपी की तलाश में जुटी
- जमीन की रंजिश में दूसरे भतीजे को किया गंभीर रूप से घायल
- आरोपित दो चाचा पर मुकदमा, तलाश में जुटी पुलिस
नानकमत्ता न्यूज़- नानकसार डैम पार में जमीन की रंजिश में दो सगे चाचा ने रात में अपने घर में सो रहे दो सगे भतीजों पर धारदार हथियार से हमला कर दिया। जिसमे एक भतीजे की मौत हो गई, जबकि दूसरा गंभीर रूप से घायल हो गया।
सूचना पर पुलिस के पहुंचने से पहले ही हत्यारोपित फरार हो गए। फरार हत्यारोपित भाइयों पर केस दर्ज कर पुलिस ने उनकी तलाश शुरू कर दी है।
नानकसागर डैम पार स्थित ग्राम चेतुवाखेड़ा निवासी स्वरूप सिंह पुत्र महेंद्र सिंह ने बताया कि उसके सगे भाई मलकीत सिंह और मिल्खा सिंह ऊर्फ मिला पुत्र महेंद्र सिंह जमीन विवाद को लेकर उनसे रंजिश रखते हैं। इसको लेकर परिवार में अक्सर कहासुनी होती है।
आरोप है कि शुक्रवार रात घर में सभी लोग खाना खाकर सो गए थे। दोनों पुत्र 22 वर्षीय बलविंदर सिंह और 18 वर्षीय बंटी अंदर सो रहे थे। जबकि वह कमरे के बाहर चारपाई पर सो रहा था। इसी बीच उसके छोटे भाई मलकीत सिंह व मिल्खा सिंह आए और रात 11 बजे उसके दोनों पुत्रों पर धारदार हथियार से जानलेवा हमला कर दिया। जब तक स्वजन कुछ समझ पाते, हमला कर दोनों फरार हो गए।
वह घायल दोनों पुत्रों को अस्पताल ले गए, जहां डाक्टर ने बलविंदर को मृत घोषित कर दिया। जबकि गंभीर रूप से घायल बंटी को हल्द्वानी रेफर कर दिया। हत्या की सूचना पर थानाध्यक्ष देवेंद्र गौरव पुलिस टीम के साथ पहुंचे और घटना की जानकारी ली। बाद में पुलिस ने स्वरूप सिंह की तहरीर पर मलकीत सिंह व मिल्खा सिंह के खिलाफ हत्या का केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
सीओ सितारगंज बहादुर सिंह चौहान ने बताया कि हत्यारोपितों की तलाश की जा रही है। इसके लिए पुलिस टीम लगी हुई है। संदिग्ध ठिकानों पर दबिश दी जा रही है।
मृतक के पिता ने बताया कि दो साल पहले जमीन को लेकर विवाद हुआ था। इसे पूर्व में पंचायत में निपटा भी दिया गया था।
मृतक बलविंदर सिंह विवाहित था। उसका एक पुत्र भी है। घटना के समय मृतक की पत्नी बलजीत कौर व बहन सीमा कौर भी पास में सो रहे थे। पत्नी व बहन के सामने ही दोनों सगे चाचा ने उसे मौत के घाट उतार दिया। घटना के बाद से ही बहन व पत्नी सदमे में हैं।
मृतक का पिता अपने परिवार के साथ जिस घर में रहते हैं, वहीं दोनों छोटे भाई मलकीत सिंह व मिल्खा सिंह भी अपने परिवार के साथ रहते हैं। गांव में खुला घर होने के चलते दोनों हत्यारोपित भाई आसानी से भतीजों के कमरे में घुस गए।