उत्तरकाशी में बादल फटने से तबाही: चार की मौत, 50 से अधिक लापता, गंगोत्री धाम मार्ग बाधित, वीडियो शामिल

उत्तरकाशी न्यूज– उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में मंगलवार को एक भीषण प्राकृतिक आपदा ने जनजीवन को हिला कर रख दिया। धराली गांव में सुबह-सुबह बादल फटने की घटना सामने आई, जिससे गंगोत्री धाम और मुखबा के पास स्थित इस क्षेत्र में भारी तबाही मच गई। तेज बारिश के चलते खीर गाड़ नाले का जलस्तर अचानक बढ़ गया और उसके साथ आया मलबा रिहायशी इलाकों में घुस गया।
स्थानीय लोगों के अनुसार, सैलाब इतनी तेजी से आया कि लोगों को संभलने का मौका तक नहीं मिला। देखते ही देखते कई घर पानी और मलबे में बह गए। गांव में चारों ओर चीख-पुकार मच गई और लोग अपने घरों को छोड़कर सुरक्षित स्थानों की ओर भागने लगे।
मुख्यमंत्री धामी का बयान
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने आंध्र प्रदेश के तिरुपति से घटना पर संवेदना व्यक्त करते हुए कहा,
> “उत्तरकाशी जिले से बादल फटने की सूचना प्राप्त हुई है। तेज़ पानी और मलबा नीचे की ओर आया है। हमारी पहली प्राथमिकता राहत और बचाव कार्य है। एनडीआरएफ, एसडीआरएफ और सेना की टीमें मौके पर भेज दी गई हैं। हालात पर लगातार नजर रखी जा रही है।”
राहत और बचाव कार्य जारी
उत्तरकाशी पुलिस के अनुसार, हर्षिल घाटी क्षेत्र के खीर गाड़ नाले का जलस्तर अचानक बढ़ गया, जिससे धराली गांव में भारी नुकसान हुआ है।
पुलिस, SDRF, सेना और प्रशासन की संयुक्त टीमें राहत एवं बचाव कार्यों में जुटी हुई हैं। हेलिकॉप्टर की सहायता से भी तलाशी अभियान शुरू किया गया है।
स्थानीय लोग दहशत में
स्थानीय लोगों ने बताया कि भारी बारिश के बाद नाले का पानी अचानक गांव की ओर मुड़ गया। कई घर पूरी तरह बह गए हैं और कुछ लोगों के मलबे में दबे होने की आशंका है। क्षेत्र में दहशत का माहौल है और प्रशासन द्वारा राहत शिविरों की व्यवस्था की जा रही है।
अब तक 4 की मौत, 50 से अधिक लोग लापता
अब तक की मिली जानकारी के अनुसार, इस हादसे में 4 लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 50 से अधिक लोग लापता बताए जा रहे हैं। लापता लोगों की तलाश युद्धस्तर पर जारी है। हालांकि अभी तक सरकार की ओर से लापता लोगों की कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं की गई है।