उत्तराखण्डगढ़वाल,

देहरादून- (बड़ी खबर) प्रदेश के इन कर्मचारियों के वेतन वृद्धि के लिए तय होगा फार्मूला

देहरादून न्यूज़– राज्य के विभिन्न सरकारी विभागों में आउटसोर्स आधार पर काम कर रहे उपनल कर्मचारियों के मानदेय में हर साल वृद्धि करने के लिए सरकार फार्मूला तलाश रही है। अपर मुख्य सचिव-वित्त आनंद वर्द्धन की अध्यक्षता में गठित उच्च स्तरीय समिति को इसकी जिम्मेदारी दी गई है। चार जून को आचार संहिता समाप्त

 

निर्देश जारी किए। इसका नतीजा रहा कि पूरा सिस्टम हरकत में आया और बनाग्नि पर नियंत्रण के प्रभावी इंतजाम किए जाने लगे। वहीं जब 10 मई से चारधामों के कपाट खुलने शुरू हुए तो अप्रत्याशित भीड़ धामों में उमड़ने लगी।

यह भी पढ़ें 👉  हल्द्वानी- यहाँ अस्पताल से डॉक्टरों का सामान चुराने वाले करोड़पति चोर को पुलिस ने किया गिरफ्तार, ऐसे हुआ खुलासा

 

  • ■ 20 हजार से ज्यादा हैं प्रदेश में उपनल कर्मचारियों की संख्या

होने के बाद समिति इस दिशा में आगे बढ़ेगी। समिति को अपनी रिपोर्ट बनाकर सरकार को संस्तुतियां देनी हैं। मुख्य सचिव राधा रतूड़ी के निर्देश पर इस कमेटी का गठन किया गया है। न्याय और सैनिक कल्याण विभग के सचिव भी इस कमेटी के सदस्य बनाए गए हैं। राज्य के सरकारी और निजी क्षेत्र के संस्थानों में वर्तमान में 20 हजार से ज्यादा लोग उपनल के मार्फत आउटसोर्स सेवाएं दे रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  सैनिक कल्याण मंत्री गणेश जोशी ने लॉसनायक शहीद मोहन नाथ गोस्वामी के बलिदान दिवस के अवसर पर उन्हे पुष्प चक्र अर्पित कर दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि।

 

मानदेय बढोतरी के उपनल कर्मियों के आदोलन के बाद सरकार ने फौरी राहत देते हुए 26 फरवरी 2024 को उपनल कमियों के मानदेय में 10 प्रतिशत का इजाफा कर दिया था। पर, उपनल कर्मचारी हर साल सरकारी कर्मचारियों के समान एक निश्चित समय पर मानदेय बढ़ोत्तरी की मांग कर रहे हैं।

यह भी पढ़ें 👉  उत्तराखंड- यहाँ निलंबित एसएचओ पर हुआ केस दर्ज, युवती से फोन पर अश्लील बात करने का ऑडियो हुआ था वायरल, जानें पूरा मामला