उत्तराखंड- यहाँ 9 साल से छात्रों के भविष्य से खिलवाड़, ईको टूरिज्म डिप्लोमा में न परीक्षा न डिग्री

रुद्रपुर न्यूज़- सरदार भगत सिंह पीजी महाविद्यालय में डिप्लोमा इन ईको टूरिज्म कोर्स के नाम पर छात्रों से धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। नौ वर्ष पूर्व सेल्फ फाइनेंस पर शुरू हुए इस एक वर्षीय कोर्स में अब तक सवा सौ से अधिक छात्रों का दाखिला लिया गया, लेकिन हैरानी की बात यह है कि इन वर्षों में केवल पहले बैच की परीक्षा हुई, बाकी छात्रों की परीक्षा आज तक नहीं कराई गई।
फीस ली लेकिन परीक्षा नहीं
जानकारी के अनुसार वर्ष 2017-18 से हर साल 20–25 छात्रों ने इस कोर्स में प्रवेश लिया। सभी से चार हजार रुपये शुल्क लिया गया, लेकिन नियमित कक्षाएं बंद कर दी गईं और परीक्षाएं भी नहीं कराई गईं। वर्तमान में 120 से अधिक छात्र ऐसे हैं, जो डिप्लोमा परीक्षा न होने से संकट में हैं। पिछले सत्र में दाखिला लेने वाले 19 विद्यार्थियों को भी अभी तक कोई जानकारी नहीं दी गई। छात्रों का कहना है कि न तो उनकी परीक्षा कराई गई और न ही अब तक शुल्क लौटाया गया।
जांच में सिर्फ एक छात्र को राहत
मामले की शिकायत निदेशालय स्तर तक पहुंची थी। जांच भी हुई, लेकिन उसमें केवल एक छात्र की समस्या का समाधान किया गया। अन्य छात्र अब भी असमंजस में हैं।
जिम्मेदारों ने क्या कहा
डा. विश्वनाथ खलीक, निदेशक उच्च शिक्षा – “सोमवार को जानकारी जुटाऊंगा, उसके बाद ही कुछ स्पष्ट कर पाऊंगा।”
प्रो. ए.एन. सिंह, प्राचार्य एसबीएस पीजी कॉलेज – “मुझे एक माह पहले ही चार्ज मिला है। अवकाश समाप्त होने पर जानकारी लूंगा।”
राजेश कुमार, प्रभारी डिप्लोमा इन ईको टूरिज्म – “मुझे एक वर्ष पहले चार्ज मिला है। कक्षाएं भी नहीं चल रही और पहले के छात्रों की परीक्षाएं भी नहीं कराई गई हैं।”
छात्र भटक रहे दर-दर
लंबे समय से ठगे गए छात्र अब अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। कई छात्र रोजगार और उच्च शिक्षा के अवसरों से वंचित हो चुके हैं। सवाल उठ रहा है कि आखिर कॉलेज प्रशासन और विवि की लापरवाही का खामियाजा कब तक छात्रों को भुगतना पड़ेगा।

