लालकुआँ- हादसों के बाद भी गहरी नीद में सोया सरकारी सिस्टम, हादसे के बाद भी जागने को तैयार नही..
लालकुआं न्यूज़- सिस्टम की नागवारी पर कहावत है कि “राजा बोला रात है, तो मंत्री बोले रात है, लेकिन यह सुबह-सुबह की बात है” लालकुआं में यह कहावत लगभग सटीक बैठती है क्योंकि अक्सर कहा जाता है कि प्रशासन हादसों के बाद जगाता है, लेकिन यहां हादसे के बाद भी प्रशासन के कानों में जू तक नहीं रेंगती, नगर पंचायत लालकुआं हो, या यातायात की जिम्मेदारी संभालने वाला पुलिस प्रशासन, या फिर स्थानीय प्रशासन.. पिछले महीने हुए हाट बाजार के सामने हादसे को ऐसे भूल गया है जैसे कि कुछ हुआ ही न हो?
अब आपको याद दिलाते हैं कि पिछले महीने 14 सितंबर को लालकुआं हाट बाजार के पास शनिवार की साम करीब 7: 20 बजे हल्दूचौड़ की तरफ से गिट्टी लेकर तेजी से आ रहा 16 टायरा ट्रक संख्या यूपी 25सीटी – 3575 हाट बाजार के पास ओवर ब्रिज के पास ढलान में अनियंत्रित हो गया। सड़क पर लहरा रहे ट्रक को देखकर राहगीरों में भगदड़ व चीख पुकार मच गई थी। जब तक कोई कुछ समझ पाता तब तक ट्रक ने एक फोरचूनर, एक बलेनो व एक बलेनो कार समेत दो आटो व आधा दर्जन बाइक रौंद दिए। ट्रक की टक्कर के बाद बलेनो कार एक दुकान में घुस गई। लेकिन इस घटना को एक महीना पूरा होने को है. प्रशासन ने पलट कर सोचने की कोशिश भी नहीं कि इस हादसे के पीछे अनियंत्रित रूप से लग रहा हाट बाजार भी एक बड़ा कारण है।
सोता हुआ सिस्टम त्योहारी सीजन में भी जागने को तैयार नहीं, सबसे मजेदार बात यह है की लालकुआं हाट बाजार को नगर पंचायत लगता है उसका तह बाजारी शुल्क भी वसूलता है, यही नहीं दो दिन पूर्व बाजार में अतिक्रमण को लेकर मुनादी भी नगर पंचायत द्वारा ही की गई, लेकिन खुद की बाजार कितना अनियंत्रित है आज की यह तस्वीर यह दिखाने को काफी है, अब सवाल यही है कि क्या जब लोगों की जान जाएगी तभी बड़ा हादसा माना जाएगा? क्या स्थानीय प्रशासन, नगर पंचायत प्रशासन और पुलिस प्रशासन तभी जागेगा?
आज बुधवार की शाम भी राष्ट्रीय राजमार्ग संख्या 109 में तहसील के ठीक बगल में लगने वाली हाट बाजार भीड़ से आधी सड़क पर आ गई और बाजार आने वाले यात्रियों को छोड़ने वाले ऑटो भी वहीं पर खड़े रहते हैं और इस अनियंत्रित भीड़ और वाहनों की वजह से अक्सर जाम भी लगता है और हादसे का जिक्र करना तो बेमानी होगी, क्योंकि सिस्टम जागने को तैयार नहीं, ऐसा नहीं की नगर पंचायत के पास इस बाजार को सुव्यवस्थित करने के लिए जगह नहीं है लेकिन आज तक उसका इस्तेमाल नहीं हुआ, बाजार में घूम कर व्यापारियों के अतिक्रमण हटाने वाले प्रशासन व नगर पंचायत को आखिर खुदका अतिक्रमण क्यों नहीं दिखाई देता, यह बड़ा सवाल है? जबकि तहसीलदार मजिस्ट्रेट, उप जिला अधिकारी हर बुधवार और शनिवार को बाजार का यह हाल देखते हुवे बगल से निकलते है।
- क्या कहते हैं अधिकारी?
- अतिक्रमणकारियो को मुनादी के माध्यम से चेतावनी जारी की गई है। कल बाजार में भ्रमण किया गया था जिसमें स्थिति सही पाई गई थी। अब औचक कार्रवाई की जाएगी जिसमें अतिक्रमणकारियों का सामान जप्त किया जाएगा तथा कठोर कार्रवाई की जाएगी। तुषार सैनी उप जिलाधिकारी लालकुआं
- बाजार को व्यवस्थित करने का प्रयास किया जाएगा, सड़क की ओर बाजार न लगे, यह निर्देश दिए गए है, हाट बाजार से बाहर दुकान लगाने वालो के खिलाफ अब नगर पंचायत द्वारा चालान भी किए जाएंगे। परितोष वर्मा प्रशासक नगर पंचायत लालकुआं