नैनीताल – यहाँ प्रशासन की एक बार फिर अतिक्रमण पर गर्जी जेसीबी, 15 भवनों को किया ध्वस्त
नैनीताल न्यूज़- नानितलबके बीडी पांडे अस्पताल भूमि पर हुए अतिक्रमण को बीते चार दिनों से लोगों द्वारा स्वयं तोड़ने की सुस्त चाल को देखते हुए रविवार को प्रशासन एक्शन मोड में आ गया। प्रशासनिक अधिकारियों की मौजूदगी में टीम दिन भर तेजी से भवनों के अतिक्रमण को ध्वस्त करने में जुटी रही। बाद में तेजी लाने के लिए शाम को तीन जेसीबी भी मंगाकर अतिक्रमण को तोड़ा गया।
वही रविवार सुबह एडीएम फिंचा राम चौहान व शिवचरण द्विवेदी के नेतृत्व में टीम मौके पर पहुंची और सौ से ज्यादा मजदूराें ने अतिक्रमण ध्वस्तीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी। मजदूरों ने घन, सब्बल, हेमर मशीनों व कटर मशीनाें से अतिक्रमण तोड़ा। लेकिन शाम को ध्वस्तीकरण कार्यवाही में तेजी लाने के लिए प्रशासन ने तीन जेसीबी और मंगा लीं।
वही देर शाम तक टीम द्वारा 15 भवनों के अतिक्रमण को ध्वस्त कर दिया गया। एसडीएम प्रमोद कुमार ने बताया कि सोमवार को अतिक्रमण तोड़ने के लिए जेसीबी के साथ ही और अधिक श्रमिक लगाए जाएंगे। अतिक्रमण की जद में 45 भवन आ चुके हैं। इस दौरान संयुक्त मजिस्ट्रेट ऋचा सिंह, डीडीए सचिव पंकज उपाध्याय, एसडीएम राहुल साह, एसपी जगदीश चंद्रा, तहसीलदार संजय कुमार, मनीषा मरकाना, लोनिवि ईई रत्नेश कुमार सक्सेना, ईओ आलोक उनियाल, पीएमएस द्रौपदी गर्ब्याल व एसडीओ प्रियंक पांडे मौजूद रहे।
वही दो भवनों व एक दुकान पर ताला लगा था जिस पर प्रशासन की ओर से ताला खोल कर बंद कमरों से सामान निकालने की मुनादी कराई। जब काफी देर तक कोई नही पहुंचा तो संयुक्त मजिस्ट्रेट की मौजूदगी में प्रशासन ने वीडियोग्राफी करते हुए ताले तोड़ दिए। बंद पड़े भवन आसमा खातून, विवेक शुक्ला और सुमन गुलाटी के थे। हालांकि आवासों में कोई सामान नहीं था। इसके बाद ध्वस्तीकरण की कार्यवाही की गई।
वही ध्वस्तीकरण के दौरान पुलिस ने किसी व्यक्ति को क्षेत्र में नहीं जाने दिया। प्रभावित लोग दूर से ही अपने घरों को ध्वस्त होता देखते रहे। घर को टूटता देख कई महिलाएं और बच्चे रोते बिलखते नजर आए। वहीं कई लोग उनको सांत्वना भी दे रहे थे। इस दौरान एक महिला रोते चिल्लाते हुए बेहोश हो गई।