उत्तराखण्डकुमाऊं,गढ़वाल,

उत्तराखंड- अब मैदानी क्षेत्र व पर्यटन स्थलों लगाए जाएंगे इलेक्ट्रिक चार्जिंग स्टेशन, परिवहन विभाग कर रहा तैयारी

  • पहले चरण में चारधाम यात्रा मार्ग पर स्थापित किए गए हैं चार्जिंग स्टेशन
  • मैदानी क्षेत्रों में 30 से 35 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की योजना

देहरादून न्यूज़- परिवहन विभाग अब प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों के लिए चार्जिंग स्टेशन का दायरा बढ़ाने जा रहा है। चारधाम यात्रा मार्गों पर इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन लगाने के बाद अब विभाग अन्य पर्यटन स्थलों व मैदानी क्षेत्रों पर फोकस कर रहा है। विभाग की योजना मैदानी क्षेत्रों में 30 से 35 इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की है।

यह भी पढ़ें 👉  एक प्रदेश एक रायल्टी की मांग को लेकर गौला खनन संघर्ष समिति का धरना 18 वें दिन जारी

 

प्रदेश में इलेक्ट्रिक वाहनों की संख्या लगातार बढ़ती ही जा रही है। आमजन इसमें रुचि भी दिखाने लगा है। केंद्र सरकार ने प्रदेश सरकारों को इलेक्ट्रिक वाहनों के प्रयोग को बढ़ावा देने को कहा है। इस कड़ी में अब सरकारी विभागों में भी इलेक्ट्रिक वाहनों की खरीद की प्रक्रिया चल रही है।

 

पर्वतीय क्षेत्रों में पहला चरण पूरा करने के बाद अब परिवहन विभाग दूसरे चरण में मैदानी क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की दिशा में कदम बढ़ा रहा है। मैदानी क्षेत्रों में अभी अधिकांश निजी क्षेत्रों के इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन हैं। यद्यपि इनकी संख्या अभी काफी कम है।
अब विभाग अपने स्तर से देहरादून, हरिद्वार, ऊधम सिंह नगर और नैनीताल के साथ ही रानीखेत व कौसानी जैसे पर्यटन स्थलों पर इलेक्ट्रिक वाहन चार्जिंग स्टेशन स्थापित करने की तैयारी कर रहा है। विभाग की योजना आगामी पर्यटन सीजन, यानी मई 2025 से पहले इन्हें स्थापित करने की है।
संयुक्त आयुक्त परिवहन एसके सिंह ने बताया कि दूसरे चरण में मैदानी व पर्यटन क्षेत्रों में इलेक्ट्रिक चार्जिंग वाहन स्टेशन स्थापित किए जाएंगे।